दिनांक : 2025-07-21 23:48:00
नई दिल्ली :देश की संसद का मानसून सत्र सोमवार से आरंभ हो गया। यह सत्र आगामी 21 अगस्त तक चलेगा, जिसमें कुल 21 बैठकें होंगी। हालांकि 14 से 17 अगस्त तक स्वतंत्रता दिवस समारोह को लेकर संसद स्थगित रहेगी। मानसून सत्र के पहले ही दिन सत्ता और विपक्ष के बीच जोरदार टकराव देखने को मिला। इस बार संसद का यह सत्र पाकिस्तान में आतंकियों पर किए गए भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद का पहला सत्र है। ऐसे में यह सत्र सिर्फ विधायी कार्यवाही नहीं, बल्कि सुरक्षा, विदेश नीति और राजनीतिक रणनीति का भी मंच बन गया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा: यह सत्र विजयोत्सव
सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे “विजयोत्सव” करार देते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने आतंक के आकाओं को उनके घर में घुसकर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि यह सत्र देश के सैन्य सामर्थ्य, विज्ञान-तकनीक और अंतरिक्ष मिशनों के लिए प्रेरणादायक बनेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अब देश “रेड जोन” से निकलकर “ग्रीन जोन” की ओर बढ़ रहा है—नक्सलवाद और आतंकवाद सिमट रहे हैं, और संविधान की जीत हो रही है।
विपक्ष ने पहलगाम हमला और ट्रंप के दावों को उठाया
हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा युद्धविराम में मध्यस्थता के दावों को लेकर विपक्ष ने सरकार को कठघरे में खड़ा किया। कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी, सुरजेवाला और नसीर हुसैन समेत कई नेताओं ने नियम 267 के तहत कार्य स्थगन नोटिस दिया। उनका आरोप है कि सरकार सुरक्षा चूक और विदेश नीति के सवालों से बच रही है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सत्र के पहले ही दिन नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा, “जब रक्षा मंत्री को बोलने की अनुमति है, तो विपक्ष के नेता को क्यों नहीं?” उन्होंने इसे संसदीय परंपरा के खिलाफ बताया।
सरकार चर्चा को तैयार
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष को जवाब देते हुए कहा कि सरकार हर मुद्दे पर चर्चा को तैयार है। संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने भी सांसदों से शांतिपूर्वक कार्यवाही चलाने की अपील की। वहीं लोकसभा स्पीकर जगदंबिका पाल ने सभी से संयम रखने का अनुरोध किया।
भाजपा सांसदों का पलटवार
भाजपा सांसद रवि किशन ने विपक्ष पर राजनीति करने और बेबुनियाद हंगामा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “वे विकास और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर बोलने की बजाय सुरक्षा ऑपरेशन को राजनीतिक रंग दे रहे हैं।”
सत्र की शुरुआत श्रद्धांजलियों के साथ
सत्र की शुरुआत पूर्व सांसदों—किशन कपूर, गिरिजा व्यास, मिनाती सेन, सुखदेव सिंह ढिंढसा आदि को श्रद्धांजलि देकर हुई। साथ ही पहलगाम हमले, एयर इंडिया दुर्घटना और प्राकृतिक आपदाओं में मारे गए लोगों को भी श्रद्धांजलि दी गई।
सत्र के प्रमुख विधेयक
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जन विश्वास संशोधन विधेयक 2025
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भारतीय प्रबंधन संस्थान संशोधन विधेयक 2025
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कराधान कानून संशोधन विधेयक 2025
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राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक 2025
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राष्ट्रीय डोपिंग रोधी संशोधन विधेयक 2025
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विरासत स्थल संरक्षण विधेयक 2025
इस बार का मानसून सत्र सिर्फ सरकार और विपक्ष की बहसों का नहीं, बल्कि राष्ट्र की सुरक्षा और संप्रभुता से जुड़े मूल प्रश्नों का मंच बन चुका है। जहां एक ओर सरकार ‘विजयोत्सव’ मना रही है, वहीं विपक्ष जवाब और जवाबदेही की मांग कर रहा है। अब देखना होगा कि इस सत्र में किसकी बात संसद के पटल पर गूंजती है और किसे जनता की अदालत में सुनवाई का इंतज़ार करना पड़ता है।