दिनांक : 2025-07-15 03:24:00
मंगलौर : आज मंगलौर पुलिस ने एक सराहनीय कार्य करते हुए अपने माता-पिता से बिछड़े एक 10 वर्षीय भोले को सकुशल उसके परिजनों से मिला दिया। इस मानवीय पहल से अपने पुत्र की तलाश में भटक रहे गमगीन माता-पिता के चेहरे पर खुशियां लौट आईं और उनकी आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े। जानकारी के अनुसार, आज दोपहर करीब 1:27 बजे नहर पुल स्थित पुलिस सहायता केंद्र पर एक व्यक्ति एक रोते हुए 10 वर्षीय भोले को लेकर पहुंचा। उसने वहां मौजूद अपर उप निरीक्षक नरेंद्र राठी को बताया कि यह भोला अपने परिजनों से बिछुड़ गया है।
अपर उप निरीक्षक नरेंद्र राठी ने तुरंत रो रहे उस 10 वर्षीय भोले को सांत्वना दी, उसे बैठाकर पानी पिलाया और तसल्ली पूर्वक उसका नाम-पता पूछा। भोले ने अपना नाम नैतिक पुत्र बसंत निवासी बुद्ध विहार दिल्ली, उम्र करीब 10 वर्ष बताया। नैतिक ने पुलिस को बताया कि वह अपने माता-पिता के साथ कांवड़ लेने हरिद्वार आया था, और किसी तरह वे उससे बिछड़ गए हैं। अपनी आपबीती बताते हुए नैतिक रोने लगा, जिसे पुलिसकर्मियों ने चुप कराया।
10 वर्षीय भोले की आपबीती सुनकर पुलिस कर्मियों ने तत्काल उसके माता-पिता की तलाश शुरू की। पोस्ट पर मौजूद पीआरडी जवान सैफूजमा और विशेष पुलिस अधिकारी जनेश्वर गिरी को नैतिक के परिजनों की तलाश में भेजा गया। पुलिस टीम ने नहरपुल मंगलौर से लेकर तासीपुर तक और फिर नहरपुल मंगलौर से लिबरहेड़ी तक गहन तलाशी अभियान चलाया। काफी मशक्कत के बाद, पुलिस टीम को नैतिक के माता-पिता लिबरहेड़ी स्थित शिव मंदिर परिसर में बैठे हुए मिले। अपने बेटे के बिछड़ने से वे भी काफी दुखी और परेशान थे और उसकी तलाश कर रहे थे। पुलिस टीम ने नैतिक को सकुशल उसके माता-पिता के सुपुर्द किया।
अपने खोए हुए 10 वर्षीय पुत्र को पुलिस के साथ सामने पाकर माता-पिता की आंखों में खुशी के आंसू आ गए। उन्होंने नैतिक को देखते ही छाती से लगा लिया। भावुक कावड़ियों ने उत्तराखंड पुलिस की इस तत्परता और मानवीय मदद के लिए तहे दिल से धन्यवाद व्यक्त किया और उनकी कार्यशैली की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
पुलिस टीम
- अपर उप निरीक्षक नरेंद्र राठी
- पीआरडी जवान सैफूजमा
- विशेष पुलिस अधिकारी जनेश्वर गिरी