दिनांक : 2025-06-24 18:07:00
बागेश्वर : वर्षाकाल के दौरान भूस्खलन और मार्ग अवरुद्ध होने की चुनौतियों से निपटने के लिए जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने सड़क महकमों के अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने त्वरित कार्रवाई और जनसुविधा सुनिश्चित करने के लिए कड़े निर्देश दिए। बैठक में विभिन्न विभागों द्वारा बताया गया कि जनपद में 49 जेसीबी मशीनें तैयार रखी गई हैं, जो मार्ग अवरुद्ध होने की स्थिति में तत्काल मौके पर पहुँचकर उन्हें सुचारु करेंगी।
जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने स्पष्ट किया कि मोटर मार्गों को सुचारु करने में अनावश्यक विलंब नहीं होना चाहिए। मानसून अवधि के दृष्टिगत जेसीबी मशीनों की तैनाती की सुदृढ़ विभागीय कार्ययोजना होनी चाहिए। जिससे आम जनता को किसी भी कठिनाई का सामना न करना पड़े।संवेदनशील और अधिकांश अवरुद्ध होने वाली मोटर मार्गों में जेसीबी मशीनों की तैनाती नियत स्थल पर हो। विभागों के पास प्रत्येक मशीन में जीपीएस अधिष्ठापन की स्थिति के लिए प्लानिंग भी होनी चाहिए। विभाग के अधीन कुल मोटर मार्गों के सापेक्ष वास्तविक संख्या में जेसीबी मशीनों की तैनाती नियत स्थलों पर सुनिश्चित की जाए। प्रत्येक विभाग के पास जेसीबी मशीनों के डिप्लॉयमेंट प्लान होना चाहिए। भूस्खलन से उत्पन्न होने वाली किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए उन्होंने सड़क महकमों को प्रभावित स्थलों पर न्यूनतम समय के भीतर अनिवार्य रूप से जेसीबी मशीनें पहुँचाने और सड़क अवरुद्ध होने की स्थिति में उसे शीघ्र खोलने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी भटगांई ने जोर देकर कहा कि जिस स्थान पर जेसीबी और ऑपरेटर की तैनाती की गई है, वे उसी स्थान पर रहें ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति में सड़क मार्ग को तुरंत खोला जा सके। उन्होंने मौसम पूर्वानुमान को देखते हुए सभी अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए है। सभी उपजिलाधिकारियों को अपने क्षेत्रान्तर्गत सड़कों की स्थिति का नियमित अपडेट लेने और संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करने के भी निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि सड़क मार्ग बंद होने की स्थिति में उसे जल्द से जल्द खोलने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए और संभावित भूस्खलन वाले स्थानों पर अतिरिक्त आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था की जाए।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट चेतावनी दी कि लोगों को सुगम यातायात उपलब्ध कराना हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी सड़क मार्ग के अवरुद्ध होने पर उसे कम से कम समय में नहीं खोला जाता है, और किसी भी प्रकार की लापरवाही परिलक्षित होती है, तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को सरकारी परिस्थितियों के साथ-साथ जन और पशु हानि की सूचना भी समय पर कंट्रोल रूम में देना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि मानसून के दौरान आने वाले महीने चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं, इसलिए सब-डिवीजन स्तर पर अधिकारियों को अपनी मशीनरी को सक्रिय रखने की आवश्यकता है। उन्होंने अवरुद्ध सड़क मार्गों को खोलने में किसी भी तरह की लापरवाही न बरतने की सख्त चेतावनी दी। लोक निर्माण विभाग, पीएमजीएसवाई, राष्ट्रीय राजमार्ग, बीआरओ सहित अन्य संबंधित विभागों को बंद सड़कों की रियल-टाइम जानकारी की नियमित रूप से मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। सभी विभागों को आपदा के मामलों को शीर्ष प्राथमिकता पर लेते हुए टीम भावना और प्रभावी समन्वय से कार्य करने की हिदायत दी। जिलाधिकारी ने भूस्खलन संवेदनशील क्षेत्रों की मैपिंग करने और उनका डेटाबेस बनाने के भी निर्देश दिए ताकि प्रभावी तरीके से आपात स्थिति से निपटा जा सके। बैठक में अपर जिलाधिकारी एनएस नबियाल, ईई लोनिवि संजय पांडे, पीएमजीएसवाई अम्बरीष रावत, ग्रामीण निर्माण विभाग संजय भारती, आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल सहित वर्चुअल माध्यम से अन्य अधिकारी मौजूद रहे।