दिनांक : 2025-07-11 23:13:00
गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले में विश्व जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़े पर सीमित परिवार की अवधारणा को साकार करने का संकल्प लिया गया। जिले में स्थिरीकरण पखवाडा तीन चरणों में आयोजित किया जाएगा।
जिला चिकित्सालय गोपेश्वर में विश्व जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़े का शुभारंभ करते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव पुनीत कुमार तथा मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अभिषेक गुप्ता ने किया।
कार्यक्रम में प्राधिकरण के सचिव पुनीत कुमार ने सीमित परिवार की अवधारणा को साकार करने पर बल दिया। उन्होंने सीमित परिवार के लाभ तथा सामाजिक प्रभावों की भी जानकारी दी। कहा कि चमोली जनपद जैसे विषम भौगोलिक क्षेत्र में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा मानसून जैसी कठिन परिस्थितियों में किया जा रहा कार्य सराहनीय है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अभिषेक गुप्ता ने इस वर्ष की थीम योजनाबद्ध पितृत्व के लिए स्वस्थ समय और गर्भधारण के बीच अंतराल की जानकारी देते हुए आशा कार्यकर्ताओं से लक्ष्य दंपतियों को गर्भावस्था के दौरान ही परिवार नियोजन साधनों के प्रति जागरूक करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को परिवार नियोजन के लिए गर्भनिरोधक गोलियांं, पीपीआईयूसीडी, आईयूसीडी, अंतरा इंजेक्शन और कंडोम आदि के उपयोग की जानकारी देते हुए इनके प्रयोग के लिए प्रोत्साहित किया गया। बताया कि जनपद की 159 चिकित्सा इकाइयों में परिवार नियोजन साधन कॉर्नर स्थापित किए गए हैं। उन्होंने 18 जुलाई तक आयोजित शिविरों में अधिक से अधिक भागीदारी कर अभियान को सफल बनाने का आह्वान किया।
प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनुराग धनिक ने ग्रामीण स्तर पर इस वर्ष के स्लोगन मां बनने की उम्र वही, जब तन और मन की तैयारी सही के तहत जागरूकता फैलाने पर जोर दिया। कार्यक्रम में स्वास्थ्य कर्मियों, आशा वर्करों, आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों, पैरा लीगल वॉलिंटियर्स एवं आम नागरिकों की मौजूदगी के चलते लोगों को परिवार नियोजन की स्थायी व अस्थायी विधियों को अपनाने हेतु प्रेरित किया गया।
इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी वैष्णव कृष्णा, माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ. पवन पाल, जिला कार्यक्रम प्रबंधक (एनएचएम) नरेंद्र सिंह, अधिकार मित्र उमाशंकर बिष्ट, जिला समन्वयक (पीसीपीएनडीटी) संदीप कंडारी, जिला आईईसी मैनेजर उदय सिंह, गुणवत्ता प्रबंधक रंजीत सिंह रावत सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।