आने वाले कुछ दिन चुनौतीपूर्ण, अलर्ट रहें अधिकारी – एसीईओ प्रशासन आनंद स्वरूप

दिनांक : 2025-08-11 22:54:00

  • रेड व ऑरेंज अलर्ट को लेकर आपदा प्रबंधन अधिकारियों के साथ बैठक
  • एसीईओ प्रशासन आनंद स्वरूप ने कहा-पूरी तैयारी रखें जनपद

देहरादून। आगामी कुछ दिनों में विभिन्न जनपदों के लिए जारी रेड एवं ऑरेंज अलर्ट के मद्देनज़र अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी – प्रशासन आनंद स्वरूप ने सभी जिलों के आपदा प्रबंधन अधिकारियों के साथ विस्तृत समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने सभी जिलों की मौजूदा स्थिति, वर्षा, जलभराव वाले क्षेत्रों तथा प्रभावित इलाकों की जानकारी ली। आनंद स्वरूप ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी विभाग पूरी तैयारी में रहें। जिन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी है, वहां विशेष सतर्कता बरती जाए और अगले तीन दिनों के भारी वर्षा के पूर्वानुमान को देखते हुए किसी भी चुनौती से निपटने के लिए फील्ड स्तर तक तैयारियां सुनिश्चित की जाएं।

उन्होंने संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखने, नदियों का जलस्तर बढ़ने की स्थिति में नदी किनारे रहने वाले लोगों को पूर्व सूचना देने और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए नदी किनारों और संवेदनशील इलाकों में अलार्म सिस्टम को सक्रिय रखने एवं चेतावनी संकेत बोर्ड लगाए जाएं।

एसीईओ प्रशासन आनंद स्वरूप ने कहा कि मैदानी क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए नाव, राफ्ट जैसी व्यवस्थाएं पहले से अलर्ट मोड पर रखी जाएं। साथ ही जेसीबी और पोकलैंड मशीनों की एडवांस व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि सड़क बंद होने की स्थिति में त्वरित कार्रवाई हो सके। उन्होंने राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र को हर परिस्थिति की जानकारी तुरंत उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने कहा कि जो भी मौसम संबंधी एलर्ट राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से जनपदों को भेजे जा रहे हैं, उन्हें आम जन तक पहुंचाया जाएं।

बैठक में अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रियान्वयन डीआईजी राजकुमार नेगी ने कहा कि जितनी बेहतर तैयारी होगी, उतना ही प्रभावी ढंग से आपदाओं का सामना किया जा सकेगा। उन्होंने जिलों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने और आईआरएस को 24 घंटे सक्रिय रखने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जनपदों के ऊपरी क्षेत्रों में वर्षा की स्थिति पर विशेष नजर रखी जाए, क्योंकि वहां अधिक वर्षा होने पर निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ की आशंका बढ़ सकती है। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि आने वाले कुछ दिन चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं, इसलिए 24 घंटे सतर्क और अलर्ट मोड पर रहना अनिवार्य है। इस अवसर पर संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मो. ओबैदुल्लाह अंसारी, डॉ. पूजा राणा, हेमंत बिष्ट, डॉ, वेदिका पन्त, तंद्रीला सरकार आदि मौजूद थे।

आपदा की स्थिति में कॉल करें

देहरादून। किसी भी प्रकार की आपदा की सूचना राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष के फोन नम्बरों 0135-2710335, 0135-2710334, टोल फ्री नं0 1070, 1077, 9058441404 एवं 8218867005 पर तत्काल उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करेंगे

12 और 13 अगस्त को रेड अलर्ट

  • 11 अगस्त 2025 को राज्य के देहरादून, टिहरी गढ़वाल, हरिद्वार, पौड़ी गढ़वाल, नैनीताल, बागेश्वर, चम्पावत एवं ऊधमसिंह नगर जनपदों में अत्यधिक वर्षा होने की सम्भावना है (रेड अलर्ट) साथ ही अन्य शेष जनपदों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है (ऑरेंज अलर्ट)।
  • 12 अगस्त 2025 को राज्य के हरिद्वार, नैनीताल तथा ऊधम सिंह नगर आदि जनपदों में अत्यधिक वर्षा होने की सम्भावना है (रेड अलर्ट) तथा देहरादून, टिहरी, पौड़ी गढ़वाल, बागेश्वर तथा चम्पावत आदि जनपदों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है (ऑरेंज अलर्ट) साथ ही अन्य शेष जनपदों में मध्यम से भारी वर्षा होने की संभावना है (येलो अलर्ट)
  • 13 अगस्त 2025 को राज्य के देहरादून, टिहरी, पौड़ी गढ़वाल, हरिद्वार, नैनीताल, बागेश्वर तथा उधम सिंह नगर आदि जनपदों में अत्यधिक वर्षा होने की सम्भावना है (रेड अलर्ट) साथ ही अन्य शेष जनपदों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है (ऑरेंज अलर्ट)।
  •   14 अगस्त 2025 को राज्य के समस्त जनपदों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है (ऑरेंज अलर्ट)।
  • 15 अगस्त 2025 को राज्य के देहरादून, टिहरी, पौडी गढ़वाल, नैनीताल, बागेश्वर एवं चम्पावत आदि जनपदों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है (ऑरेंज अलर्ट) साथ ही राज्य के शेष जनपदों में मध्यम से भारी वर्षा होने की संभावना है (येलो अलर्ट)

जनपदों को जारी किए गए दिशा-निर्देश

  • राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से रेड अलर्ट को देखते हुए सभी जनपदों को निम्नलिखित दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।
  • प्रत्येक स्तर पर तत्परता एवं सुरक्षा बनाये रखते हुए आवागमन में नियंत्रण बरता जाये।
  •  किसी भी आपदा/दुर्घटना की स्थिति में त्वरित स्थलीय कार्यवाही करते हुए सूचनाओं का तत्काल आदान-प्रदान किया जायें।
  •  आपदा प्रबन्धन प्रणाली के नामित समस्त अधिकारी एवं विभागीय नोडल अधिकारी हाई अलर्ट में रहेंगे।
  •  किसी भी मोटर मार्ग के बाधित होने की दशा में उसे तत्काल खुलवाना सुनिश्चित करेंगे।
  •  समस्त राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी अपने तैनाती क्षेत्रों में बने रहेंगे।
  •  समस्त चौकी/थाने भी आपदा सम्बन्धी उपकरणों एवं वायरलैस सैट आदि सहित हाई अलर्ट में रहेंगे।
  • उक्त अवधि में किसी भी अधिकारी/कर्मचारी के मोबाईल/फोन स्विच ऑफ नहीं रहेंगे।
  • अधिकारीगण बरसाती, छाता, टार्च, हैलमेट तथा कुछ आवश्यक उपकरण एवं सामग्री अपने वाहनों में अपने स्तर से रखने हेतु उचित कार्यवाही करेंगे।
  •  उक्त अवधि में लोगों के फँसे होने की स्थिति पर खाद्य सामग्री व मेडिकल की व्यवस्था की जायें।
  • विद्यार्थियों की सुरक्षा के दृष्टिगत विद्यालयों में सावधानी बरती जायें।
  • असामान्य मौसम, भारी वर्षा की चेतावनियों के दौरान उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों के आवागमन को अनुमति न दी जाये।
  • सम्बन्धित जनपदों के जिला सूचना अधिकारी उक्त चेतावनी/सूचना को आम जनमानस तक दृश्य एवं प्रिन्ट मीडिया से प्रसारित करना सुनिश्चित करेंगे व आम जनमानस को सूचित किया जाये कि वह इस अवधि में अनावश्यक घर से बाहर न निकले।
  • भू-स्खलन के लिए संवेदनशील मार्गों पर पहले से ही उपकरणों की उचित व्यवस्था करना सुनिश्चित करें।

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